2023 के लिए शिक्षा टेक्नोलॉजी के ट्रेंड्स (Trends Education Technology)

Online education, e-learning and e-book concept. a man using digital tablet for education, with education and online learning media icons

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शिक्षा प्रभावित हो रही है। शिक्षा के तरीके बदल रहे हैं।

वर्ष 2022 कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा। वर्ष 2022 में कई अलग-अलग क्षेत्रों में, विशेष रूप से शिक्षा क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की स्वीकृति(acceptance) और इम्प्लीमेंटेशन से संबंधित कई बदलाव देखे गए।

वर्ष 2023 में स्कूलों, कॉलेजों, यूनिवर्सिटीज आदि में इन परिवर्तनों के तेज होने की संभावना है। वर्ष 2020 में Covid -19 के प्रकोप(outbreak) के कारण पूरी दुनिया में social distancing के नियमों को अनिवार्य कर दिया गया था। लॉकडाउन की स्थिति ने स्टूडेंट्स और शिक्षकों को घर पर रेहना जरुरी बना दिया था।  शिक्षा के सभी पहलुओं (aspects) को दूरस्थ यानि रिमोट रूप से कंडक्ट करने के लिए लाइव क्लासेस और ऑनलाइन प्रॉक्टर्ड (proctored)  परीक्षा का उपयोग होना शुरू हुआ ।

यह वर्ष 2023, शिक्षा के वितरण यानि डिलीवरी के लिए ऑनलाइन तरीकों को अपनाने में तेजी लाने में मदद करेगा। विभिन्न यूनिवर्सिटीज द्वारा दी जा रही डिग्री में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव भी होंगे। इससे शिक्षा के पारंपरिक तरीकों में बदलाव आएगा और ऑनलाइन शिक्षा को पाजिटिविटी के साथ स्वीकार किया जाएगा।

इस प्रकार, इस आर्टिकल में हम यह देखने जा रहे हैं कि EdTech 2023 में शैक्षिक सेनारिओ को कैसे बदलने की संभावना है।

 

शिक्षा टेक्नोलॉजी में आगामी ट्रेंड्स

1. लाइव क्लासेस

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यह सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तनों में से एक रहा है।स्कूलों, कॉलेजों, यूनिवर्सिटीज या यहां तक कि कोचिंग क्लासेस द्वारा लाइव तरीके से क्लासेस संचालित की जा रही हैं क्योंकि दोनों स्टूडेंट्स और शिक्षक अपने-अपने घरों में स्थित हैं।

स्टूडेंट्स को कॉलेज के Campus में जाने और क्लासेस में बैठके लैकचर में शामिल होने की आवश्यकता नहीं है। लाइव क्लासेस ने Asia के स्टूडेंट्स के लिए America या Europe के एक प्रसिद्ध संस्थान में एडमिशन लेना संभव बना दिया है।स्टूडेंट्स को लाइव क्लास के दौरान समूह चर्चा (group discussion) और बातचीत (interaction) करना भी मुमकिन है।

2.दूरस्थ शिक्षा (Remote Learning)

Remote Learning

Remote Learning सर्व मान्य हो गया है। Covid स्थिति आने के पूर्व, यदि कोई कैंडिडेट किसी distance learning या part-time course के लिए एडमिशन लेता है, तो यह full-time course के बराबर नहीं माना जाता था। उदाहरण के लिए, part time MBA course को full time MBA course की तुलना में कम वेटेज दिया गया था।

लेकिन COVID के प्रकोप की स्थिति ने दुनिया भर में बहुत सारे रेप्यूटेड यूनिवर्सिटीज ने कोर्स ऑनलाइन डिलीवर करना शुरू कर दिया। इन यूनिवर्सिटीज ने ऐसे कोर्सेस भी डिज़ाइन किये, जो केवल उन स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन मोड में कंडक्ट किये जा सकते जो किसी भी दूर स्थान पर स्थित हैं।

3. ऑनलाइन certification / डिग्री

online certifictions and courses

Covid की स्थिति कैंडिडेट्स को ऑनलाइन डिग्री या Certification कोर्सेस लेने के लिए प्रेरित करती है। कोर्सेस के सफल समापन(completion) पर, कैंडिडेट ऑनलाइन डिग्री और Certificate प्राप्त कर सकता हैं, जो full-time कोर्से के समान होगा।

इस प्रकार, वर्ष 2023 ऑनलाइन डिग्री और Certifications का वर्ष होने जा रहा है।

4.हाइब्रिड शिक्षा (Hybrid education)

 

हाइब्रिड शिक्षा ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षा का मिश्रण है। सिलेबस को बदल दिया जाएगा ताकि कुछ क्लासेसों को ऑनलाइन मोड में कंडक्ट किया जा सके, जबकि कुछ क्लासेसों को पारंपरिक तरीके से कंडक्ट किया जा सके।

कैंडिडेट्स को सप्ताह में केवल 2-3 बार स्कूल जाने की आवश्यकता होगी और बाकी दिन वे अपने घर से लाइव क्लासेसों  में भाग ले सकते हैं। यह logistical activities जैसे कि transportation से जुड़े खर्चे कम करने के साथ-साथ commutation पर निवेश(waste) किए गए समय को बचाने में भी मदद करेगा।

स्टूडेंट्स स्कूल या कॉलेजों में तब जा सकते हैं जब विभिन्न Sports activities या social कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

5.ऑनलाइन गेस्ट लेक्चर्स

guest lectures

उच्च शिक्षा (higher education) के मामले में, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज ऑनलाइन मोड में गेस्ट लेक्चर्स आयोजित कर सकते हैं। मॅनेज्मेंट उन मेहमानों को आमंत्रित कर सकता है जो अन्य institutions के faculty हो सकते हैं, या Industry से कोई हो सकता है या स्टूडेंट्स को लेक्चर देने के लिए कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करने वाला कोई व्यक्ति हो सकता है।

दोनों स्टूडेंट्स और गेस्ट लेक्चरर दुनिया भर में किसी भी रिमोट location से इन लेक्चर्स में ऑनलाइन तरीके से भाग ले सकता है। वे एक दूसरे के साथ बातचीत और चर्चा भी कर सकते हैं। स्टूडेंट्स टेक्नोलॉजी के नए ट्रेंड्स पर चर्चा कर सकते हैं या उन चीजों के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं जिससे वे पूरी तरह से अवगत नहीं हैं।

6.टेक कंपनियों (Tech companies) को शिक्षा क्षेत्र में प्रवेश

education technology sector for 2021

वर्ष 2023 में, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों की शिक्षा के क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावनाएं हैं । यह कंपनीज रेप्यूटेड शैक्षणिक संस्थानों के साथ tie-up कर सकती हैं या अपने स्वयं के यूनिवर्सिटीज की स्थापना भी कर सकती हैं।

एक रेप्यूटेड multinational कंपनी अपने स्वयं के सिलेबस के साथ आ सकती है जो पूरी तरह से practical ज्ञान प्रोवाइड करने पर focussed रहेंगी । ये सिलेबस industry की आवश्यकताओं के अनुसार ज्ञान प्रदान करेंगे और employment के पहलू(aspect) पर जोर देंगे।

7.  रिमोट प्रॉक्टर्ड एग्ज़ॅम्स (Remote proctored Exams)

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जो एग्ज़ॅम्स ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी, उन पर  रिमोट प्रॉक्टरिंग तकनीकों का उपयोग करके निगरानी (supervision) की जाएगी। विभिन्न एल्गोरिदम(algorithm) जो Artificial Intelligence जैसे अडवांस्ड तकनीक का उपयोग करके डेवेलप किए जाएंगे, शिक्षा संस्थानों को ऐसे environment में ऑनलाइन परीक्षा कंडक्ट करने में मदद करेंगे। ऐसी एग्ज़ॅम्स  cheating से मुक्त होती है।

इस प्रकार location constraint पूरी तरह से खत्म हो जाएगी और स्टूडेंट्स ऑनलाइन परीक्षा को एक सुरक्षित environment में दे सकेंगे, वो भी किसी भी रिमोट लोकेशन से ।

हम Splashgain Technology में एकलव्य (Eklavvya) नाम से एक प्लॅटफॉर्म का निर्माण कर चुके हैं, जिसका उपयोग दुनिया के 15 से अधिक देशों में रिमोट रूप से ऑनलाइन परीक्षा कंडक्ट करने के लिए किया जा रहा है। स्कूलों से लेकर यूनिवर्सिटीज तक, सभी educational institutions एकलव्य के प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।

इस तरह के प्लॅटफॉर्मों को शैक्षणिक संस्थानों द्वारा इस वर्ष में aggressive तरीके से अपनाया जाएगा। इस प्रकार रिमोट प्रॉक्टरिंग से परीक्षा आयोजित करने के पुराने पारंपरिक तरीके को डिजिटलाइज़(digitalize) करने में मदद हो जाएगी ।

8.एआई ड्रिवेन एनालिसिस(AI driven analysis)

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अलग अलग criteria के आधार पर रिपोर्टों को जनरेट करने के लिए वर्ष 2023 में AI टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। इन रिपोर्टों को Educational Institutions की requirements के अनुसार customize किया जाएगा। ये रिपोर्ट सरल और समझने योग्य तरीके से सभी डेटा प्रोवाइड करती हैं। AI algorithm इन रिपोर्टों का analysis करने में भी मदद करता है।

9. Integration of Niche Applications

integration with third party applications

शैक्षिक संस्थान third party application या अन्य एप्लीकेशन जैसे ERP या LMS service providers या ऑनलाइन परीक्षा service providers या ऑनलाइन fee collection application के साथ integrate करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। यह interoperability requirements को जन्म देगा।

इस वर्ष में कई नए niche applications का इस्तेमाल होगा । हर बार end-to-end पुरे system का निर्माण करना काफी मुश्किल हो साबित सकता है। ये niche applications शिक्षा डिलीवरी से संबंधित विभिन्न value-added services प्रोवाइड करेंगे।

इस समस्या को हल करने के लिए, कोई भी Tech company जो पहले से ही अपने client को service प्रोवाइड कर रही है, client को कुछ API प्रोवाइड करके integration approach प्रोवाइड करेंगी। यह आवश्यक होगा ताकि अन्य प्लॅटफॉर्मों या applications के साथ दूसरे applications को आसानी से integrate किया जा सके।

शिक्षा टेक्नोलॉजी के लाभ        

 

Cost effective

ऑनलाइन लर्निंग भी cost effective साबित होने जा रही है क्योंकि infrastructure पर इनवेस्ट की गई लागत यानि costs पूरी तरह से बंद हो जाएगी। उदाहरण के लिए, एक कैंडिडेट full time MBA course के लिए एनरोल करता है जिसके लिए उसे 50,000 USD  फीज़ को भरना पड़ेगा । यदि यही कोर्स ऑनलाइन मोड में लिया जाता है तो उसी की cost को घटाकर 10,000 USD या 15000 USD तक कम किया जा सकता है।

गेस्ट लेक्चरर्स को स्टूडेंट्स के साथ अपने ज्ञान को शेयर करने के लिए कॉलेज या यूनिवर्सिटी तक ट्रेवल करने की आवश्यकता नहीं है। यह बात कुछ रुपये बचाने में मदद करता है। इस प्रकार टेक्नोलॉजी आपके काफ़ी सारे पैसे बचने में मदद कर रही हैं ।

Flexible education

हाइब्रिड शिक्षा के कारण, physical क्लासेसों  में भाग लेने के लिए कम  स्टूडेंट्स को परिसर में जाने की permission होगी। इसलिए, मॅनेज्मेंट एक क्लास में अधिक संख्या में स्टूडेंट्स को accommodate करने में सक्षम होगा। Physical क्लासेसों  से संबंधित सभी barriers को हटा दिया जाएगा और शिक्षा इस प्रकार टेक्नोलॉजी की मदद से flexible बनायीं जा सकती है।

Time flexibility

ऑनलाइन परीक्षाएं रिमोट रूप से कंडक्ट की गयी तो किसी भी भौगोलिक क्षेत्र (geographical area) या किसी भी time zone में रहनेवाले स्टूडेंट्स ऑनलाइन परीक्षा के लिए उपस्थित हो सकेंगे। इस प्रकार location constraint पूरी तरह से मिट जायेगा ।

निष्कर्ष

Social distancing के कारण वर्ष 2021 में डिजिटलीकरण की दुनिया में गति आई है। इस गति के 2023 में भी जारी रहने की संभावना है।अधिक Educational Institutions को शिक्षा के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के महत्व का एहसास होगा। Educational Institutions, जैसे स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज द्वारा विभिन्न तकनीकी रूप से संचालित ऑनलाइन परीक्षा प्लॅटफॉर्मों को अपनाया जाएगा जो रिमोट प्रॉक्टरिंग सेवाएं प्रदान करेंगे। उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन(Answer sheet evaluation) की पूरी process को डिजिटलाइज़ किया जाएगा।

इस प्रकार, वर्तमान वर्ष 2023 शिक्षा क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का स्वागत करने वाले Institutions की संख्या बढ़ जाएगी। इससे उन्हें शिक्षा के हाइब्रिड पैटर्न को अपनाने और scalable बनने में मदद मिलेगी ताकि अधिक से अधिक स्टूडेंट्स एनरोल कर सके।

हम स्पलैशगैन में बहुत समय से एड्युकेशन टेक्नोलॉजी क्षेत्र में काम कर रहे हैं जिसने हमें innovative प्लॅटफॉर्मों का निर्माण करने में मदद की है। यह प्लॅटफॉर्म AI driven रिमोट प्रॉक्टरिंग, ऑनस्क्रीन इवैल्यूएशन, आदि जैसी सुविधाओं से भरे हुए हैं।हमने विभिन्न रेप्यूटेड शिक्षा संस्थानों और multinational कंपनियों के साथ काम किया है जो विभिन्न देशों जैसे कि मध्य पूर्व(Middle East), अफ्रीका, एशिया, यूरोप, एशिया-प्रशांत और ऑस्ट्रेलिया में स्थित हैं ।

यदि आप अपनी शिक्षा डिलीवरी  में तेजी लाने के लिए एक tech-savvy समाधान की तलाश कर रहे हैं या यदि आप अपने शिक्षा संस्थान के लिए एक बढ़त चाहते हैं, तो कृपया हमारे साथ जुड़ें। हम अपने प्लॅटफॉर्म का demonstration करने के लिए तैयार हैं ।

About the Author

Mr.Swapnil Dharmadhikari

Swapnil Dharmadhikari

Swapnil has experience of more than 15 years in the Information Technology sector. He has been working on digital platforms in the education sector. Swapnil is an avid reader and writes articles on technology and leading developments in the education and IT sectors.

Swapnil is the founder of Splashgain, an Education Technology company from India working on various innovative EdTech platforms for examinations, proctoring solutions, digital admission process and more. Splashgain has been working with many educational institutes and universities for AI-powered innovations and solutions to transform the education sector.

Splashgain has also filed a patent for an innovative product based on AI.

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